परिश्रम ही सफलता की कुंजी है
(अनु अग्रवाल ) जो अपना जीवन श्रम को अर्पित करता है, हर उन्नति मुट्ठी में आकर कस जाती है जो श्रम की राहों का राही बन जाता है, हर सिद्धि उसी के पाँवों में बंध जाती है परिश्रम उस चुम्बक के समान है जिसके आकर्षण में सब प्रकार की सुख-समृधि स्वयमेव खिंची चली जाती है […]